कारे कारे तम कैसे पीतम केशव
कारे कारे तम कैसे पीतम
केशव | अद्भुत रस | रीतिकालकारे कारे तम कैसे पीतम सुधारे विधि,
वारि वारि डारे गिरि थान सुत नाषे हैं।
घंटा ठननात घननात घुंघरनि भौंर
भननात भुवपाल अभिलाषे हैं।
थोड़े-थोड़े मदन-कपोल अति थूले-थूले
डोलें चलदल बल बिक्रम सुभाषे हैं।
दारिद दुवन दीह दलनि बिदारिबे को,
इंद्रजीत हाथी यों हथ्यार करि राषे हैं।
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परिचय
"मातृभाषा", हिंदी भाषा एवं हिंदी साहित्य के प्रचार प्रसार का एक लघु प्रयास है। "फॉर टुमारो ग्रुप ऑफ़ एजुकेशन एंड ट्रेनिंग" द्वारा पोषित "मातृभाषा" वेबसाइट एक अव्यवसायिक वेबसाइट है। "मातृभाषा" प्रतिभासम्पन्न बाल साहित्यकारों के लिए एक खुला मंच है जहां वो अपनी साहित्यिक प्रतिभा को सुलभता से मुखर कर सकते हैं।
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