काम बहुत हैं
समय कम मगर काम बहुत हैं
यहाँ आने के पीछे अरमान बहुत है
यूं ही बढ़ते रहे यदि लक्ष्य को साधे
तो यकीं मानिये वो आसान बहुत है !!
लाख सपने पिता जी ने क्यों देख डालें
उनके हाथों में अब भी पड़ते क्यों है छाले
माँ की धुंधली आँखों में अरमान बहुत
समय कम मगर काम बहुत है !!
पथ पर जब तुम्हरे मुश्किल आ जाये
अंतः पटल पर कुछ और छा जाये
पूछना ये दिल से क्यूं परेशां बहुत है ?
समय काम मगर काम बहुत है !!
दुनियां में नहीं मालवीय कृत्य जैसा
सीखा जिसने देना नहीं व्यक्तित्व ऐसा
होंगे जहां में लाखो संस्थान अनेक लेकिन...
यूं ही नहीं बी.एच.यू. का नाम बहुत है !!
मानवीय मूल्यों की व्यावहारिक धर्मशाला
व्यावसायिक शिक्षा का सहज पाठशाला
अभी बन जाओ फिर प्रेम भरा शाम बहुत है
समय कम मगर काम बहुत है !!
कह रहा 'राहुल' यह मालवीय बगीया
हज़ारो रंग के फूल उनके ही डलिया
छू लो गगन को ऊँचा आसमान बहुत है
समय कम मगर काम बहुत है !!