चलना हमारा काम है  Vivek Tariyal

चलना हमारा काम है

Vivek Tariyal

ज़िन्दगी इक दौड़ है, रुकना मना है
ज़िन्दगी इक होड़ है, झुकना मना है
चल चला चल ऐ पथिक चलना तुझे अविराम है
चलना हमारा काम है, चलना हमारा काम है । 

मुश्किलें आती हैं, आएँ
गरजे बादल, घनघोर घटाएँ
पथ कठिन है याद रख, इक पल भी ना आराम है
चलना हमारा काम है, चलना हमारा काम है । 

लक्ष्य का बस ध्यान हो
हर क्षण इक अनुसंधान हो
जीत हो एकल विकल्प, जीवन महा संग्राम है
चलना हमारा काम है, चलना हमारा काम है । 

स्वर्ण सा तन को तपा
तू राह अपनी खुद बना
यह कर्मभूमि है ऐ पथिक, जो माँगती बलिदान है
चलना हमारा काम है, चलना हमारा काम है । 

खुद पे जब विश्वास हो
मंज़िल पाने की प्यास हो
कर्मठ व्यक्ति के लिए फिर, क्या सुबह क्या शाम है
चलना हमारा काम है, चलना हमारा काम है । 

तोड़ दे सब बंध आज
धारा बहे प्रचंड आज
जो सह गया इस वेग को, होता उसी का नाम है
चलना हमारा काम है, चलना हमारा काम है ।

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