पल Vimal Kant Pandey
पल
Vimal Kant Pandeyचलो जी लें
एक-एक पल
कल जो होगा
देखेंगे कल
क्यों रोकते हो खुद को ?
क्यों टोकते हो खुद को ?
समेट लो
मिलती है
जितनी खुशियाँ
फिर ना लौट के
आएगा ये पल
चलो जी लें एक-एक पल……..
डरते हो
किस बात से
जब है
साथ हमारा
होंगे जब भी
कदम डगमग
ज़िन्दगी की राहों पे
थाम लेगें
हाथ तुम्हरा
चुरा लेगें
तुम से
गम़ का हर पल
चलो जी लें एक-एक पल …..