कुछ परिंदे आसमां की ओर उड़े  Shivam Kumar

कुछ परिंदे आसमां की ओर उड़े

Shivam Kumar

कुछ परिंदे आसमां की ओर उड़े,
कुछ उलझ गए,
कुछ भटक गए,
जो बचकर निकल गए,
वो आसमां को भी चीर गए।
कुछ को मोहब्बत का रोग लगा,
कुछ को चार लोगों का खौफ लगा,
जो बेखौफ उड़े,
वो आसमां को भी चीर गए,
कुछ परिंदे आसमां की ओर उड़े।
 

कुछ रास्ता देख लौट गए,
कुछ बीच में ही दम तोड़ गए,
जो हार कर भी लड़ गए ,
वो आसमां को भी चीर गए।
कुछ जमीं पर आ गए,
कुछ वहीं पर खो गए,
जो खुद को जीत गए,
मंजिल को वो पा गए,
वो आसमां को भी चीर गए,
कुछ परिंदे आसमां की ओर उड़े।

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