गोल्डन गर्ल्स RATNA PANDEY
गोल्डन गर्ल्स
RATNA PANDEYवक़्त है खुशियाँ मनाने का
आँगन में अगर बेटी पधारी है,
नहीं है कम किसी से वह
अब यह समझने की बारी है।
बेटियाँ माँग रही हैं यदि
बराबरी का हक़,
तो मेहनत कर आगे भी
बढ़ा रही हैं अपना कद।
अवसर मिलेगा गर इन्हें
कुछ कर दिखाने का,
विश्वास रखो यह आपको
निराश नहीं होने देंगी,
ना समझो कम इन्हें,
यह उस देश में जन्मी हैं
जहाँ देवियाँ पूजी जाती हैं।
दोगे अगर बेटियों को जन्म,
गौरव तुम्हें जरूर मिलेगा,
कहीं सिंधु कहीं सायना
कहीं पूनम कहीं मनु,
और कहीं हीना का जन्म
अवश्य होगा।
धन्य हैं वह माता-पिता जिन्होंने
इन बेटियों को जन्म दिया,
घर परिवार और देश का
नाम रोशन किया।
कर रही है भारत माँ नाज़
आज अपनी इन संतानों पर,
दे रही है बधाइयाँ उन माताओं को
जिन्होंने इन बेटियों को जन्म दिया
और तक रही है रास्ता,
कल और भी वीरांगनाएँ जन्म लेंगी
मेरा सर गर्व से ऊँचा उठाने को,
देश की शान बढ़ाने को।
दर्द होता है यह सोचकर,
ना जाने कितनी वीरांगनाएँ
गर्भ में ही मारी गई होंगी,
काश वह ज़िंदा होतीं
तो देश में खुशियाँ और अधिक
बँट रही होतीं।
गर्व है आज पूरे देश को
इन बेटियों पर,
गौरव देश का इतना बढ़ा दिया,
सोने की चिड़िया तो अब रहा नहीं
किन्तु सोने की गुड़ियाओं का देश
हमारा बना दिया।
तरस रहा था देश जिन सोने
के सिक्कों को लेकर,
आज देश की बेटियों नें
सोने के सिक्कों का हार
देश को पहना दिया,
और देश का झंडा
ऊँचा फहरा दिया।
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हाल ही में सम्पन्न हुए राष्ट्रमंडल खेलों में देश की बेटियों नें स्वर्ण पदक जीतकर देश का नाम और गौरव बढ़ाया है। अवसर प्राप्त होने पर आज हमारी बेटियाँ हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं और उन्होंने यह सिद्ध कर दिया है कि वह किसी से कम नहीं हैं। इसी बात को ध्यान में लेते हुए मैंने यह रचना लिखी है।