याद कर लक्ष्य को  Akshat Mishra

याद कर लक्ष्य को

Akshat Mishra

रात में जब नींद आए, तो याद कर लक्ष्य को,
त्याग दे नींद को, निकल जा पीछे छोड़ने प्रतिद्वन्दी को,
याद कर लक्ष्य को।
 

याद है लक्ष्य अगर, कर न अगर न मगर,
भूल जा छाँव को और त्याग दे आराम को,
याद कर लक्ष्य को।
 

भूल जाए लक्ष्य अगर, देख ज़रा भीड़ को,
देख अपने आपको, याद आ जाए लक्ष्य अगर,
देकर महत्त्व परिश्रम को साकार कर लक्ष्य को,
याद कर लक्ष्य को।
 

कठिनाईयाँ रोकें रास्ता अगर, दे जवाब उनको,
देकर महत्त्व धैर्य को देकर महत्व परिश्रम को,
याद कर लक्ष्य को।

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