सेना के संदेश शौनक चक्रवर्ती
सेना के संदेश
शौनक चक्रवर्तीतेरा वैभव अमर रहे माँ
हम दिन चार रहें न रहें,
तेरी मिट्टी पे हमारी छाप अमर है
बूँद-बूँद रक्त की दास्ताँ कहे।
तिरंगे का गौरव न झुकने देंगे
मर मिटेंगे तेरे वजूद के लिए,
मुल्क का शौर्य न कम होगा
अंतिम क्षण तक देश के लिए जिएँ।
तेरी मिट्टी में जन्म लिया था
तेरी मिट्टी में अंतिम विदाई,
तेरी गोद मे पला-बढ़ा था
आज तुझसे ले रहा हूँ जुदाई।
माँ मेरे जाने पे आँसू न बहाना
उस वीर बेटे कि जननी है तू,
शहीद होकर तो अमर हुआ मैं
यह पूरी जनता को बताना।