शिव गान Pradeep Kumar Rajak
शिव गान
Pradeep Kumar Rajakअघ अद्वितीय अनुपम अजामर सर्वसक्षम।
सर्वभूतो स्वयंभू शाश्वत शशीधर देवोत्तम॥
लोकेश अक्षय सिद्धेश अभय च निरामय।
उमेश भूतेश निर्भय मृत्युंजय सहृदय॥
हर हरिण हरीकेश शम्भू शंकर।
सत सात्विक सदाशिव सर्वसुंदर॥
महेश्वर सुरेश्वर सदानन्द शशिशेखर।
ध्युतीधर गिरिश्वर सनातन परमेश्वर॥
आदियोगी पशुपति श्मशानवासी कैलाशपति।
जटाधारी बलशाली त्रिनेत्रधारी प्रलयंकारी॥
सर्वज्ञाता पापनाशक जगतपालक कामविनाशक ।
महाज्ञानी निशाचारी चंद्रशेखर त्रिशूलधारी ॥
व्याघ्रचर्मवेशी वृषचालक त्रिकालदर्शी न्यायकारी।
सौम्यकारी शुभंकारी डमरूधर भुजंगधारी॥
महाकाल चंद्रभाल कर्कभूषण सोमेश्वर।
अनिकेत पुष्कर सुरगण महादेव गंगाधर॥
किरातवेशी वीरभद्र भैरव दिगम्बर।
मंत्रोद्गम प्रेतनाथ वृषांक चर्माम्बर॥
नमो अनंत नमो नीलकंठ।
अहं दंडवत दंडवत अहं ॥