गर्मी की छुट्टियाँ  Anupama Ravindra Singh Thakur

गर्मी की छुट्टियाँ

Anupama Ravindra Singh Thakur

नहीं है पल भर भी आराम,
मम्मी उठकर धौंस जमाए,
स्कूल जाओ बस यही रट लगाए,
पपा बड़ी-बड़ी आँखें दिखलाएँ,
पढ़ाई करो, हर वक्त यही चिल्लाएँ।
टीचर कक्षा में हर वक्त यही सिखाए,
बस पढ़ाई-पढ़ाई की रट लगाए,
हम सब ईश्वर से बस यही गुहार लगाएँ,
गर्मी की छुट्टियाँ जल्दी लौटाएँ।
 

हर वक्त परीक्षा का भय सताए,
स्वादिष्ट पकवान भी मुझको न भाए,
आते-जाते सब यही चिल्लाएँ,
उठो, पढ़ो, क्यों समय व्यर्थ गँवाए,
हर कोई यही उपदेश सुनाए,
बिना पढ़ाई के जीवन में कुछ न पाए,
यह सुन-सुन हमारा दिमाग चकराए,
हम सब ईश्वर से बस यही गुहार लगाएँ,
गर्मी की छुट्टियाँ जल्दी लौटाएँ।

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