शाम की पहल Hamilpur Neela Priya
शाम की पहल
Hamilpur Neela Priyaक्या शाम है वो जहाँ सूरज ना डूबे?
क्या शाम है वो जहाँ चांद ना उगे?
क्या शाम है वो जहाँ तारे ना चमके?
क्या शाम है वो जहाँ हमसफर साथ ना रहे?
क्या शाम है वो जहाँ प्यार ना रहे?
क्या ज़िन्दगी जी है तुमने अगर यह महसूस ना करे !