उरी बाबा Sanjay Pukhraj Bhandari
उरी बाबा
Sanjay Pukhraj Bhandariखून खौल रहा रगों में, आज हम ना काबू में हैं,
दुश्मन आ जाए सामने, ये बात हमारे दिल में है,
गोलियों से भून देंगे, क्यूंकि पॉपकॉर्न हमारे हाथ में है,
उरी ने जगाई देशभक्ति, अब हम ना किसी के बस में हैं।
आतंकवादियों की एक टोली हमारे यहाँ भी आई है,
सोते हुए देशभक्तों के खून से, जिन्होंने खुशिया पाई है,
सर्जिकल स्ट्राइक हम भी करेंगे, यही एक धुन छाई है,
जोश है आज हाई सर, कसम मर मिटने की खाई है।
आज हम सोएँगे नहीं, एक रणनीति अपनाएँगे,
दुश्मन से लड़ने के लिए, हम भी वही स्ट्रेटेजी बनाएँगे,
चाइना मार्किट से हम, लेटेस्ट हथियार मंगवाएँगे,
इन छुपे भेड़ियों की, आज अक्ल ठिकाने लगाएँगे।
अँधेरे में ये आते हैं, कानों में गुनगुनाते हैं,
ठीक ना सोने पाते हैं, रात भर ये सताते हैं,
सैनिक जाग रहा बॉर्डर पर, हम बैडरूम में जागे बैठे हैं,
वो लड़ रहा देश के दुश्मनों से, हम मछरों के हवाले हैं।