जंगल में चुनाव रवि रंजन गोस्वामी
जंगल में चुनाव
रवि रंजन गोस्वामीमेंढक टर्राते हैं, अपने राग सुनाते हैं,
मरियल चूहे शेर से भिड़ जाते हैं।
साँप भी बिलों से निकल आते हैं,
नए-नए रंगे सियार आते हैं।
कुछ पुराने सियार धुल जाते हैं
भेड़िये विशेष सम्मान पाते हैं ।
गधे खासे फैशनबल हो जाते हैं,
हर जगह चिल्ल पों मच जाती है,
जब जंगल में चुनाव आते हैं।