मेरी याद Shubham Amar Pandey
मेरी याद
Shubham Amar Pandeyजब तेरी आँखों से आँसू की बूंदे
टपकेंगी अधर को चूमेंगी,
जब भूली बिसरी यादें तुमसे
मेरे बारे में पूछेगीं,
कहाँ गया वो अल्हड़ लड़का जो
जहाँ में तेरी दुनिया था,
साथ में जब तुम होते थे तो
जैसे सागर संग नदिया था।
तुम चाँद सितारे व्योम में देखो
वो चाँद तुम्हीं को कहता था,
तुम मसरुफ़ रही इस दुनिया में
वो तेरी यादों संग रहता था।
तो कुछ बोलोगी या मौन रहोगी
या चुपके से नयन भीग जाएँगे,
तुम कैसे भी हमें बिसराना चाहो
पर याद तुम्हे हम आएँगे।