आओ एक नया भारत बनाएँ Anupama Ravindra Singh Thakur
आओ एक नया भारत बनाएँ
Anupama Ravindra Singh Thakurबड़ी अजीब है
यह फिल्मीस्तान की कहानी,
ऊपर से चमक-दमक
और अंदर से हैवानी।
ऊपर से नाम शोहरत
और लोगों की वाह-वाही,
अंदर से चरस, गांजा, नशा
और जमाने भर की बुराई।
ऊपर से उजली, गोरी, सुंदर काया
अंदर, जमाने भर का मैल समाया,
इन्हीं को हमने अपने
सिर पर बिठाया,
असली हीरो को छोड़
इन पर अपना धन लुटाया।
देश पर मर मिटने वाले हीरो को
अपने शीश पर बिठाए,
उसके बलिदान का
उसे सच्चा स्थान दिलवाए।
ठोकर मार
इन नकली हीरो को,
उस सच्चे हीरो को
सर्वोपरि बनाएँ
आओ हम सब मिलकर
एक नया भारत बनाएँ।