वीर मरद ARUN KUMAR SHASTRI
वीर मरद
ARUN KUMAR SHASTRIस्व्छंन्द हास्य / स- तुकांत / काव्य
रोटी कच्ची क्यों रही, काये उठायो हाँथ
वीर मरद के स्वांग मा किसको ऊँचो बात
वीर मरद के स्वांग मा किसको ऊँचो बात
किसको ऊँचो बात रे भाया कून समझेगो
नोन तेल लाकड़ी मा जो उलझो सो रोवेगो