आओ बनाएँ इक सुखी संसार !!  Surya Pratap Singh

आओ बनाएँ इक सुखी संसार !!

Surya Pratap Singh

आओ बनाएँ इक सुखी संसार
जहॉं न हो दुखों का अम्बार,
करें मदद जहाँ सभी इक-दूसरे को
न हो व्यर्थ बातों पर जहाँ तकरार।
 

खुशियाँ है बिखरी हर तरफ इस जहाँ में
समेट सको तो समेटो इसे तुम सारे जहाँ से,
नाउम्मीद होकर विचरण करो न इस जहाँ में
नाउम्मीदियों से होता कुछ भी हासिल नहीं।
 

बहुत कम समय है जीवन में यहाँ
सदुपयोग कर सको तो कर लो कहीं,
समयचक्र की गति का कोई सानी नहीं
गर चूके तो समय वापस आना नहीं।

अपने विचार साझा करें




0
ने पसंद किया
637
बार देखा गया

पसंद करें

  परिचय

"मातृभाषा", हिंदी भाषा एवं हिंदी साहित्य के प्रचार प्रसार का एक लघु प्रयास है। "फॉर टुमारो ग्रुप ऑफ़ एजुकेशन एंड ट्रेनिंग" द्वारा पोषित "मातृभाषा" वेबसाइट एक अव्यवसायिक वेबसाइट है। "मातृभाषा" प्रतिभासम्पन्न बाल साहित्यकारों के लिए एक खुला मंच है जहां वो अपनी साहित्यिक प्रतिभा को सुलभता से मुखर कर सकते हैं।

  Contact Us
  Registered Office

47/202 Ballupur Chowk, GMS Road
Dehradun Uttarakhand, India - 248001.

Tel : + (91) - 8881813408
Mail : info[at]maatribhasha[dot]com