लौटा दो Gaurav Goel
लौटा दो
Gaurav Goelकुछ लौटा सकती हो तो लौटा दो वो गुलाब,
जो तुम्हारी किताबो में था,
कुछ लौटा सकती हो तो लौटा दो वो ख्वाब,
जो हमारी आँखों में था,
तुम मेरी हो इस वहम को लौटा दो,
तुम्हारे साथ होने के अहम को लौटा दो,
हो सके तो खुद को लौटा दो।
लौटा सकती हो तो साथ जीने मरने के
वादों को लौटा दो,
लौटा सकती हो तो तुम्हारा ही सपना देखने वाली
आँखों को लौटा दो,
अपनी बाँहों की जकड़न को लौटा दो,
तुम्हारे लिए जो धड़की,
उस धड़कन को लौटा दो,
हो सके तो खुद को लौटा दो।