कब पूर्ण होगी यह प्रतीक्षा? Abhishek Pandey
कब पूर्ण होगी यह प्रतीक्षा?
Abhishek Pandeyकब पूर्ण होगी यह प्रतीक्षा?
चक्षुओं से और कब तक
लेती रहेगी अश्रुओं की मौन भिक्षा?
कब पूर्ण होगी ये प्रतीक्षा?
कब पूर्ण होगी ये प्रतीक्षा?
निर्मल हृदय-आकाश में
श्याम वर्णित मेघ अब छाने लगे,
प्राण भी अब वाद्य होकर
वेदना के गीत हैं गाने लगे।
निशब्द हूँ मैं,
आत्मा मेरी सिसकने है लगी,
अन्तर्निहित वह वेदना,
अब मूक हो बहने लगी।
अब तो बताओ प्रेम मेरे,
कब तक चलेगी ये परीक्षा?
कब पूर्ण होगी ये प्रतीक्षा?
कब पूर्ण होगी ये प्रतीक्षा?