कोरोना बहुत हो गया, अब तुम जाओ न  CHANDRESH PRAGYA VERMA

कोरोना बहुत हो गया, अब तुम जाओ न

CHANDRESH PRAGYA VERMA

सब कुछ पहले जैसा ही कर जाओ न,
सबको इतना अब और मत सताओ न,
कोरोना बहुत हो गया, अब तुम जाओ न।
 

ज़िन्दगी पहले जैसी खुशहाल कर जाओ न,
बहुत हुई मौतें, अब कोई खबर सुनाओ न,
कोरोना बहुत हो गया, अब तुम जाओ न।
 

बंद हैं घर में सब, अब बाहर निकलवाओ न,
घरों में पड़ गए ताले, फिर से खुलवाओ न,
कोरोना बहुत हो गया, अब तुम जाओ न।
 

जीवन की नीरसता को, फिर सरस कर जाओ न,
बंद पड़े स्कूल और बसें, इन्हें फिर से चलवाओ न,
कोरोना बहुत हो गया, अब तुम जाओ न।
 

छिप गए मास्क से चेहरे, फिर से दिखवाओ न,
लोग हो गए दूर सबसे, अपनों से मिलवाओ न,
कोरोना बहुत हो गया, अब तुम जाओ न।
 

ऐसे जाना की फिर कभी तुम आओ ना,
दुआ है दिल की, एक बार पूरी कर जाओ न,
कोरोना बहुत हो गया, अब तुम जाओ न।

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