दीवानों की तरह प्यार करता हूँ Arun Singh Bhadoriya
दीवानों की तरह प्यार करता हूँ
Arun Singh Bhadoriyaदिल में छुपी किताब के पन्ने को खोल ही देता हूँ,
आज तुम सामने बैठी हो, तो कह ही देता हूँ,
तेरी इन खुली जुल्फों में खोना चाहता हूँ,
तेरे गले लग के प्यार का इज़हार करना चाहता हूँ,
तेरी इन आँखों में खुद को ढूँढने की कोशिश करता हूँ,
हाँ मैं ही हूँ वो, जो तुझे दीवानों की तरह प्यार करता हूँ।
तुझे छुप-छुप के देखता हूँ,
तेरे से बात करने का मौका तलाशता हूँ,
और रहते होंगे तेरे डीएम में लड़कों के मैसेज कई,
मैं तो तेरे मैसेज के इंतजार में ही अपना नेट ऑन रखता हूँ,
तुझे घंटो बिना पलके झपकाए देख सकता हूँ,
हाँ मैं ही हूँ वो, जो तुझे दीवानों की तरह प्यार करता हूँ।
तेरी मुस्कान के आगे सब कुछ फीका है,
तेरे चेहरे की मुस्कान हमेशा बनी रहे
मैंने तो हर दुआ में बस इतना ही चाहा है,
मेरे जैसा आशिक कोई और मिलेगा नहीं,
मुझसे ज्यादा तुम्हे कोई और चाहेगा नहीं,
हर आती हुई सांस के साथ तुझे अपने पास महसूस करता हूँ,
हाँ मैं ही हूँ वो, जो तुझे दीवानों की तरह प्यार करता हूँ।
तेरा वो हर बात पे हंसना पसंद मुझे
तुझ्से क्या तेरे नाम से भी मोहब्बत है मुझे
हर समय तेरे ख्यालों में खोया रहता हु
पता नही क्यों तुझसे इतनी मोहब्बत करता हु
हाँ मैं ही हूँ वो, जो तुझे दीवानों की तरह प्यार करता हूँ।
तेरी मुस्कुराहट सबसे प्यारी है
कोयल भी शर्मा जाए कुछ ऐसी तेरी वाणी है,
तेरी परवाह तेरी चिंता तो है, पर दिखाता नही हूँ,
बात जब भी चांद की आती है, मैं तेरी फोटो देख के मुस्कुराता हूँ,
हाँ मैं ही हूँ वो, जो तुझे दीवानों की तरह प्यार करता हूँ।
तेरा गुस्सा, फिर तेरा रूठना
और फिर मेरा मनाना, सब स्वीकार है मुझे,
पर तेरे छोड़ के जाने के डर से सांसे थम सी जाती हैं
तेरे बिना जिंदगी सोच के अधूरा सा हो जाता हूँ,
जब-जब यह ख्याल आता है, आँखों से निकलते आँसुओं को रोक नहीं पाता हूँ,
हाँ मैं ही हूँ वो, जो तुझे दीवानों की तरह प्यार करता हूँ।