आतंकिस्तान की औकात सत्येंद्र चौधरी "सत्या"
आतंकिस्तान की औकात
सत्येंद्र चौधरी "सत्या"खुद को कहे शिकारी खुद ही शिकार बने,
एफ सिक्सटीन ना ही चीन काम आएगा,
कान खोल लश्कर और जैश वाले सुनो,
बारी-बारी तुमको जहन्नुम भेजा जाएगा।
अज़हर मसूद और सईद जो ना मरे अभी,
फिर घर में ही घुस के दोबारा मारा जाएगा,
मिग और मिराज का मुकाबला ना कर सके,
तेजस, सुखोई भला रोक तू क्या पाएगा।
नानी याद आ जाएगी तुम सबको तुम्हारी,
जिस दिन सेना में रॉफेल आ जाएगा।